पाकिस्तान ने BSF जवान को छोड़ा, अटारी बॉर्डर पहुंचे; परिवार भी मौजूद
पाकिस्तान ने BSF जवान को छोड़ा, अटारी बॉर्डर पहुंचे; परिवार भी मौजूद
उनकी पत्नी रजनी शॉ गर्भवती हैं। वह अपने पति के पाकिस्तान के कब्जे से छुड़ाने के लिए विभिन्न स्तरों पर गुहार लगा रही थीं। आखिरकार भारत सरकार ने डिप्लोमैटिक चैनल के जरिए पाकिस्तान पर दबाव बनाया और आखिरकार पाकिस्तान को छोड़ना पड़ा।
Wed, 14 May 2025, 12:55:PM
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पाकिस्तान ने BSF जवान को छोड़ा, अटारी बॉर्डर पहुंचे; परिवार भी मौजूद
BSF Jawan Purnam Kumar Shaw: सीमा सुरक्षा बल (BSF) का जवान पूर्णम कुमार शॉ 23 अप्रैल 2025 से पाकिस्तान रेंजर्स की हिरासत में थे। आज सुबह लगभग 10:30 बजे पाकिस्तान ने उन्हें भारत को सकुशल सौंप दिया है। यह प्रत्यर्पण अमृतसर के अटारी स्थित संयुक्त चेक पोस्ट के माध्यम से शांति पूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। आपको बता दें कि वह गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर गए थे। इसके बाद पाकिस्तान रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इस घटना को लेकर भारत ने तुरंत पाकिस्तान से उच्च स्तरीय संवाद शुरू किया और जवान की सुरक्षित वापसी की मांग की।
सीमा सुरक्षा बल पंजाब फ्रंटियर ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार शॉ को आज सुबह 10:30 बजे पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा अटारी-वाघा संयुक्त चेक पोस्ट के माध्यम से भारत को सौंपा गया। यह हैंडओवर शांति पूर्ण तरीके से और निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत किया गया।” इस समय उनका परिवार
आपको बता दें कि उनकी पत्नी रजनी शॉ गर्भवती हैं। वह अपने पति के पाकिस्तान के कब्जे से छुड़ाने के लिए विभिन्न स्तरों पर गुहार लगा रही थीं। आखिरकार भारत सरकार ने डिप्लोमैटिक चैनल के जरिए पाकिस्तान पर दबाव बनाया और आखिरकार पाकिस्तान को छोड़ना पड़ा। रजनी ने फिरोजपुर में बीएसएफ के कमांडिंग ऑफिसर से मुलाकात की थी। बीएसएफ अधिकारियों से आश्वासन मिलने के बाद वह अमृतसर होते हुए अपने बेटे, बहनों और देवर के साथ वापस कोलकाता लौट गई थीं।
इससे पहले 5 मई को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हुगली के बीएसएफ कांस्टेबल के लिए अपनी चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेता कल्याण बनर्जी परिवार के सदस्यों के संपर्क में हैं।
पाकिस्तान रेंजर्स ने 23 अप्रैल को बीएसएफ के जवान को हिरासत में लिया था, जब वह अनजाने में पंजाब के फिरोजपुर के पास अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर गया था। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, जवान अनजाने में पाकिस्तानी क्षेत्र में चला गया था। बीएसएफ ने अपने जवानों को सीमा पर गश्त के दौरान सतर्क और चौकस रहने की सख्त सलाह जारी की थी।
BSF
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BSF Jawan Purnam Kumar Shaw returned back from pakistan
पाकिस्तान ने BSF जवान को छोड़ा, अटारी बॉर्डर पहुंचे; परिवार भी मौजूद
उनकी पत्नी रजनी शॉ गर्भवती हैं। वह अपने पति के पाकिस्तान के कब्जे से छुड़ाने के लिए विभिन्न स्तरों पर गुहार लगा रही थीं। आखिरकार भारत सरकार ने डिप्लोमैटिक चैनल के जरिए पाकिस्तान पर दबाव बनाया और आखिरकार पाकिस्तान को छोड़ना पड़ा।
Wed, 14 May 2025, 12:55:PM
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पाकिस्तान ने BSF जवान को छोड़ा, अटारी बॉर्डर पहुंचे; परिवार भी मौजूद
BSF Jawan Purnam Kumar Shaw: सीमा सुरक्षा बल (BSF) का जवान पूर्णम कुमार शॉ 23 अप्रैल 2025 से पाकिस्तान रेंजर्स की हिरासत में थे। आज सुबह लगभग 10:30 बजे पाकिस्तान ने उन्हें भारत को सकुशल सौंप दिया है। यह प्रत्यर्पण अमृतसर के अटारी स्थित संयुक्त चेक पोस्ट के माध्यम से शांति पूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। आपको बता दें कि वह गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर गए थे। इसके बाद पाकिस्तान रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इस घटना को लेकर भारत ने तुरंत पाकिस्तान से उच्च स्तरीय संवाद शुरू किया और जवान की सुरक्षित वापसी की मांग की।
सीमा सुरक्षा बल पंजाब फ्रंटियर ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार शॉ को आज सुबह 10:30 बजे पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा अटारी-वाघा संयुक्त चेक पोस्ट के माध्यम से भारत को सौंपा गया। यह हैंडओवर शांति पूर्ण तरीके से और निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत किया गया।” इस समय उनका परिवार भी मौजूद था।
आपको बता दें कि उनकी पत्नी रजनी शॉ गर्भवती हैं। वह अपने पति के पाकिस्तान के कब्जे से छुड़ाने के लिए विभिन्न स्तरों पर गुहार लगा रही थीं। आखिरकार भारत सरकार ने डिप्लोमैटिक चैनल के जरिए पाकिस्तान पर दबाव बनाया और आखिरकार पाकिस्तान को छोड़ना पड़ा। रजनी ने फिरोजपुर में बीएसएफ के कमांडिंग ऑफिसर से मुलाकात की थी। बीएसएफ अधिकारियों से आश्वासन मिलने के बाद वह अमृतसर होते हुए अपने बेटे, बहनों और देवर के साथ वापस कोलकाता लौट गई थीं।
इससे पहले 5 मई को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हुगली के बीएसएफ कांस्टेबल के लिए अपनी चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेता कल्याण बनर्जी परिवार के सदस्यों के संपर्क में हैं।
पाकिस्तान रेंजर्स ने 23 अप्रैल को बीएसएफ के जवान को हिरासत में लिया था, जब वह अनजाने में पंजाब के फिरोजपुर के पास अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर गया था। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, जवान अनजाने में पाकिस्तानी क्षेत्र में चला गया था। बीएसएफ ने अपने जवानों को सीमा पर गश्त के दौरान सतर्क और चौकस रहने की सख्त सलाह जारी की थी ।
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Where Naxals weapons were made now the tricolour is hoisted Shah spoke on the elimination of Naxals from Karregutta
जहां बनते थे नक्सलियों के हथियार, अब लहराया तिरंगा; कर्रेगुट्टा से नक्सल के खात्मे पर बोले अमित शाह
छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर भारतीय सुरक्षा बलों को नक्सलवाद के खिलाफ बड़ी कामयाबी मिली है। सुरक्षा बलों ने कर्रगुट्टा की पहाड़ियों से नक्सलियों का सफाया किया गया।
Himanshu Tiwari लाइव हिन्दुस्तान
Wed, 14 May 2025, 06:58:PM
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जहां बनते थे नक्सलियों के हथियार, अब लहराया तिरंगा; कर्रेगुट्टा से नक्सल के खात्मे पर बोले अमित शाह
नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को एक बड़ी कामयाबी मिली है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को ऐलान किया कि छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सरहद पर स्थित कर्रगुट्टा पहाड़ियों में एक जबरदस्त ऑपरेशन के दौरान 31 खूंखार नक्सलियों को ढेर कर दिया गया है। खास बात ये रही कि 21 दिन तक चले इस ऑपरेशन में किसी भी सुरक्षाकर्मी को जान का नुकसान नहीं हुआ।
गृह मंत्री ने एक्स पर ट्वीट कर बताया कि यह कार्रवाई अत्यंत कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और खराब मौसम के बीच अंजाम दी गई। उन्होंने कहा, "नक्सल के संकल्प में एक ऐतिहासिक सफलता प्राप्त करते हुए सुरक्षा बलों ने नक्सलवाद के विरुद्ध अब तक के सबसे बड़े ऑपरेशन में छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा के कुर्रगुट्टालू पहाड़ (केजीएच) पर 31 कुख्यात नक्सलियों को मार गिराया।"
अमित शाह ने कहा, "जिस पहाड़ पर कभी लाल आतंक का राज था, वहां आज शान से तिरंगा लहरा रहा है। कुर्रगुट्टालू पहाड़ PLGA बटालियन 1, DKSZC, TSC और CRC जैसी बड़ी नक्सल संस्थाओं का मुख्यालय था, जहां नक्सल ट्रेनिंग के साथ-साथ रणनीति और हथियार भी बनाए जाते थे।"
गृह मंत्री ने कहा, "नक्सल विरोधी इस सबसे बड़े अभियान को हमारे सुरक्षा बलों ने मात्र 21 दिनों में पूरा किया और मुझे अत्यंत हर्ष है कि इस ऑपरेशन में सुरक्षा बलों में एक भी हताहत नहीं हुई। खराब मौसम और दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में भी अपनी बहादुरी और शौर्य से नक्सलियों का सामना करने वाले हमारे CRPF, STF और DRG के जवानों को बधाई देता हूं। पूरे देश को आप पर गर्व है।"
National News In Hindi
Amit Shah
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boycott of travel to Turkey and Azerbaijan Mamata Banerjee announcement for Group C D Top 5 News
भारत में बंद होगी पाक के ‘भाईजान’ की दुकान, ग्रुप C-D के लिए ममता बनर्जी का ऐलान; टॉप 5 न्यूज
यह बात सामने आ चुकी है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तुर्की के दो ड्रोन ऑपरेटर की भी मौत हो चुकी है। तुर्की के ये सैन्यकर्मी पाकिस्तान में तैनात थे और ड्रोन ऑपरेट कर रहे थे।
Jagriti Kumari लाइव हिन्दुस्तान
Wed, 14 May 2025, 07:00:PM
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भारत में बंद होगी पाक के ‘भाईजान’ की दुकान, ग्रुप C-D के लिए ममता बनर्जी का ऐलान; टॉप 5 न्यूज
भारत में तुर्की और अजरबैजान के खिलाफ मुहिम शुरू हो गई है और अब जल्द ही इन देशों की दुकान भारत में बंद हो सकती है। वहीं दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नौकरी से बाहर हुए स्कूलों के ग्रुप सी और डी कर्मचारियों के लिए नई घोषणा की है।
देश-दुनिया की पांच बड़ी खबरें पढ़िए लाइव हिन्दुस्तान के साथ:
भारत में अब बंद होगी पाक के 'भाईजान' की दुकान, नए संकट में तुर्की और अजरबैजान
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन और तुर्की ने किस तरह पाकिस्तान का साथ दिया, इसे पूरी दुनिया ने देख लिया है। तुर्की और चीन निर्मित ड्रोनों का भरपूर इस्तेमाल पाकिस्तान ने भारत पर हमले के लिए किया लेकिन भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने उन सभी ड्रोनों और मिसाइलों की हवा निकाल दी। अभी भी पाकिस्तान द्वारा दागी गईं चीनी और तुर्की के मिसाइलों और ड्रोनों के अवशेष भारत में मौजूद हैं। हालांकि, भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर हो गया है लेकिन चीन और तुर्की के अलावा एक और देश अजरबैजान का चेहरा बेनकाब हो गया है, जिसने भाईजान बनकर पाकिस्तान का समर्थन किया था। पढ़ें पूरी खबर…
सिंधु जल समझौता पर फिर से करें विचार, सूखा गला तो गिड़गिड़ाया पाकिस्तान
पाकिस्तान ने सिंधु जल समझौते को बहाल करने के लिए फिर से भारत से गुहार लगाई है। पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय ने भारत के जल शक्ति मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर अपील की है कि जिल सिंधु समझौते को स्थगित करने के फैसले पर पुनर्विचार करे। इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि इस चिट्ठी में पाकिस्तान ने कहा है कि भारत का यह कदम पड़ोसी देश में गंभीर जलसंकट पैदा कर सकता है। पढ़ें पूरी खबर…
एक और पड़ोसी को IMF से मिलने जा रहा कर्ज, हिंदुओं पर अत्याचार के लिए है बदनाम
भारत से तनाव के बीच पाकिस्तान ने हाल ही में इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) से कर्ज हासिल किया है। अब भारत के एक और पड़ोसी को आईएमएफ 1.3 अरब डॉलर का कर्ज देने जा रहा है। यह देश कोई और नहीं, बल्कि बांग्लादेश है। वहां के वित्त मंत्रालय ने कहा है कि आईएमएफ जून में बांग्लादेश को 1.3 बिलियन डॉलर जारी करने वाला है। यह कदम उसके 4.7 बिलियन डॉलर के कर्ज कार्यक्रम की चौथी समीक्षा पूरी करने सुधारों पर बातचीत में सफलता हासिल करने के बाद उठाया गया है। उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश वही है, जहां पर मोहम्मद यूनुस के राज में हिंदुओं के खिलाफ जमकर अत्याचार किया जा रहा है। शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने के बाद से ही बांग्लादेश में कई हिंदुओं की जान जा चुकी है। पढ़ें पूरी खबर…
ममता सरकार का ऐलान, निकाले गए ग्रुप C-D कर्मचारियों को हर महीने मिलेगा भत्ता
पश्चिम बंगाल में नौकरी से बाहर हुए स्कूलों के ग्रुप सी और ग्रुप डी कर्मचारियों के लिए राहत की खबर है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कैबिनेट बैठक के बाद ऐलान किया कि ऐसे कर्मचारियों को अब राज्य सरकार की तरफ से हर महीने आर्थिक मदद दी जाएगी। ग्रुप सी के कर्मचारियों को 25000 रुपये और ग्रुप डी के कर्मचारियों को 20000 रुपये मासिक सहायता तब तक मिलेगी, जब तक अदालत में इनकी नियुक्ति को लेकर केस लंबित है। पढ़ें पूरी खबर…
चीनी हो या तुर्की ड्रोनों का झुंड; सबको अकेले कर देगा खाक, क्या है भार्गवास्त्र?
भारतीय डिफेंस कंपनी सोलर डिफेंस एंड एयरोस्पेस लिमिटेड (SDAL) ने हार्ड किल मोड में एक नया कम लागत वाला काउंटर ड्रोन सिस्टम 'भार्गवास्त्र' डिजाइन और विकसित किया है, जो ड्रोन झुंडों के बढ़ते खतरों का सामना करने में एक बड़ी छलांग है क्योंकि ड्रोन झुंडों को छह किलोमीटर या उससे अधिक की दूरी पर ही पता लगा सकता है और उसके हमले को बेअसर कर सकता है। इस काउंटर-ड्रोन सिस्टम में इस्तेमाल किए गए माइक्रो रॉकेटों का अब गोपालपुर के सीवर्ड फायरिंग रेंज में सफल परीक्षण किया गया है, जिसमें सभी निर्धारित उद्देश्य हासिल कर लिए गए। पढ़ें पूरी खबर…
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Mamata government big announcement sacked Group C-D employees will get allowance every month
ममता सरकार का बड़ा ऐलान, निकाले गए ग्रुप C-D कर्मचारियों को हर महीने मिलेगा भत्ता; कब से लागू
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि यह योजना श्रम विभाग की निगरानी में संचालित होगी और इसे 1 अप्रैल 2025 से प्रभावी मानी जाएगी और कैबिनेट की मंजूरी के बाद उसी महीने की सहायता राशि लाभार्थियों को प्रदान की जाएगी।
Himanshu Tiwari लाइव हिन्दुस्तान
Wed, 14 May 2025, 06:28:PM
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ममता सरकार का बड़ा ऐलान, निकाले गए ग्रुप C-D कर्मचारियों को हर महीने मिलेगा भत्ता; कब से लागू
पश्चिम बंगाल में नौकरी से बाहर हुए स्कूलों के ग्रुप सी और ग्रुप डी कर्मचारियों के लिए राहत की खबर है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कैबिनेट बैठक के बाद ऐलान किया कि ऐसे कर्मचारियों को अब राज्य सरकार की तरफ से हर महीने आर्थिक मदद दी जाएगी। ग्रुप सी के कर्मचारियों को 25000 रुपये और ग्रुप डी के कर्मचारियों को 20000 रुपये मासिक सहायता तब तक मिलेगी, जब तक अदालत में इनकी नियुक्ति को लेकर केस लंबित है।
इस फैसले की जानकारी आनंदबाजार पत्रिका ने दी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि यह योजना श्रम विभाग के तहत चलाई जाएगी और इसका नाम पश्चिम बंगाल आजीविका और सामाजिक सुरक्षा अंतरिम योजना रखा गया है। यह योजना 1 अप्रैल 2025 से लागू मानी जाएगी और कैबिनेट की मुहर के बाद उसी महीने की राशि कर्मचारियों को मिलेगी।
सुप्रीम कोर्ट रद्द कर दी थी 26 हजार नियुक्तियां
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में स्कूल सर्विस कमीशन (एसएससी) के जरिए हुई लगभग 26 हजार नियुक्तियों को रद्द कर दिया था। इनमें शिक्षक और शिक्षाकर्मी दोनों शामिल थे। कोर्ट ने शिक्षकों को तो स्कूल जाने की अस्थायी इजाजत दे दी है लेकिन ग्रुप सी और डी के स्टाफ को इससे बाहर रखा गया, जिससे उन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ा।
पीआईएल पर क्या बोलीं ममता
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पर कहा कि कुछ लोग बिना सोचे-समझे पीआईएल दाखिल कर रहे हैं और इसका खामियाजा हजारों परिवार भुगत रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, "बिना नौकरी देने की औकात के लोग बस पीआईएल करते हैं और दूसरों को मुश्किल में डालते हैं।" इसी वजह से राज्य सरकार ने नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों की आजीविका की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ये स्कीम शुरू की है।
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Pakistan urges India to reconsider Indus treaty stance after government says suspension to remain in place Sources
सिंधु जल समझौता पर फिर से करें विचार, गर्मी में सूखा गला तो चिट्ठी लिख गिड़गिड़ाया पाकिस्तान
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए सिंधु जल समझौता स्थगित कर दिया था। पाकिस्तान की तरफ से ये चिट्ठी तब आई है, जब एक दिन पहले ही विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया था कि ये संधि स्थगित रहेगी।
Pramod Praveen लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्ली
Wed, 14 May 2025, 06:19:PM
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सिंधु जल समझौता पर फिर से करें विचार, गर्मी में सूखा गला तो चिट्ठी लिख गिड़गिड़ाया पाकिस्तान
पाकिस्तान ने सिंधु जल समझौते को बहाल करने के लिए फिर से भारत से गुहार लगाई है। पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय ने भारत के जल शक्ति मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर अपील की है कि जिल सिंधु समझौते को स्थगित करने के फैसले पर पुनर्विचार करे। इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि इस चिट्ठी में पाकिस्तान ने कहा है कि भारत का यह कदम पड़ोसी देश में गंभीर जलसंकट पैदा कर सकता है।
पिछले महीने 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पड़ोसी देश के खिलाफ सख्त ऐक्शन लेते हुए 1960 के सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया था। सरकार ने तब तक इस संधि को स्थगित रखने का फैसला किया है, जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को अपना समर्थन देना बंद नहीं कर देता। मंगलवार को भी विदेश मंत्रालय ने दो टूक लहजे में कहा था कि भारत सिंधु जल समझौते को बहाल नहीं करेगा, जब तक कि पाकिस्तान आतंकवाद को अपना समर्थन देना बंद नहीं कर देता।
विदेश मंत्रालय को भी चिट्ठी की कॉपी
सूत्रों ने बताया है कि पाकिस्तान वही चिट्ठी भारत के विदेश मंत्रालय को भी भेजी है लेकिन भारत ने पड़ोसी देश की अपील पर विचार करने से साफ तौर पर इनकार कर दिया है। बता दें कि दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में दो टूक कहा था कि खून और पानी साथ-साथ नहीं बह सकते। पीएम ने यह भी कहा था कि टेरर और टॉक एक साथ नहीं चल सकते, टेरर और ट्रेड भी साथ-साथ नहीं चल सकते।
ये भी पढ़ें:भारत में अब बंद होगी पाक के 'भाईजान' की दुकान, नए संकट में तुर्की और अजरबैजानये भी पढ़ें:पाकिस्तान सरकार की राहत राशि से खूंखार आतंकी अजहर मसूद को मिल सकते हैं 14 करोड़ये भी पढ़ें:अब पाक ने की जवाबी कार्रवाई, भारतीय अधिकारी को 24 घंटे में देश छोड़ने का आदेश
मौजूदा संघर्ष में पाक को बड़ी चोट
भारत ने मौजूदा तनाव और संघर्ष के दौर में पाकिस्तान को कई माध्यमों से और कई मोर्चों पर करारी चोट दी है। सिंधु जल समझौता रद्द कर भारत ने पाकिस्तान की आर्थिक कमर तोड़ दी है क्योंकि वहां सिंधु नदी पंजाब और पाकिस्तान की लाइफलाइन कही जाती है। इससे न केवल पेयजल की आपूर्ति होती है बल्कि पाकिस्तान की खेती भी इसी पानी पर निर्भर है। सिंधु जल संधि के तहत भारत को सिंधु और उसकी सहायक नदियों से 19.5 फीसदी पानी मिलता है, जबकि पाकिस्तान को करीब 80 फीसदी पानी मिलता है।
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CAIT calls for boycott of travel to Turkey and Azerbaijan by traders and citizens after involvement in Operation Sindoor
भारत में अब बंद होगी पाक के 'भाईजान' की दुकान, नए संकट में तुर्की और अजरबैजान
यह बात भी सामने आ चुकी है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तुर्की के दो ड्रोन ऑपरेटर की भी मौत हो चुकी है। तुर्की के ये सैन्यकर्मी पाकिस्तान में तैनात थे और ड्रोन ऑपरेट कर रहे थे। तुर्की ने बड़े पैमाने पर पाकिस्तान को ड्रोन का सप्लाई की थी।
Pramod Praveen एएनआई, नई दिल्ली
Wed, 14 May 2025, 05:09:PM
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भारत में अब बंद होगी पाक के 'भाईजान' की दुकान, नए संकट में तुर्की और अजरबैजान
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन और तुर्की ने किस तरह पाकिस्तान का साथ दिया, इसे पूरी दुनिया ने देख लिया है। तुर्की और चीन निर्मित ड्रोनों का भरपूर इस्तेमाल पाकिस्तान ने भारत पर हमले के लिए किया लेकिन भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने उन सभी ड्रोनों और मिसाइलों की हवा निकाल दी। अभी भी पाकिस्तान द्वारा दागी गईं चीनी और तुर्की के मिसाइलों और ड्रोनों के अवशेष भारत में मौजूद हैं। हालांकि, भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर हो गया है लेकिन चीन और तुर्की के अलावा एक और देश अजरबैजान का चेहरा बेनकाब हो गया है, जिसने भाईजान बनकर पाकिस्तान का समर्थन किया था।
बड़ी बात ये है कि इन देशों की अर्थव्यवस्था में भारत का बड़ा योगदान है। चीन जहां भारत में अपने सस्ते माल बेचकर बड़ी कमाई करता है, वहीं तुर्की और अजरबैजान भारतीय पर्यटकों से गाढ़ी कमाई करता है। यानी ये देश कमाई भारत से करते हैं लेकिन उसका इस्तेमाल भारत के खिलाफ कर रहे हैं। ऐसे में भारतीयों ने अब इनका विरोध करना शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया पर भी तुर्की और अजरबैजान के बहिष्कार का आह्वान किया जा रहा है। व्यापारियों के संगठन, कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने भी भारतीय व्यापारियों और नागरिकों से मौजूदा शत्रुता के बीच पाकिस्तान का खुला समर्थन करने के जवाब में तुर्की और अजरबैजान की यात्रा का पूरी तरह से बहिष्कार करने का आह्वान किया है।
चीनी उत्पादों का बहिष्कार पहले से ही जारी
बता दें कि CAIT लंबे समय से चीनी उत्पादों के बहिष्कार के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान चला रहा है, जिसका काफी प्रभाव पड़ा है, और अब इसका इरादा इस आंदोलन को तुर्की और अजरबैजान तक बढ़ाने का है। संगठन इस अभियान को तेज करने के लिए ट्रैवल और टूर ऑपरेटरों और अन्य संबंधित हितधारकों के साथ सहयोग करेगा।
CAIT के महासचिव और चांदनी चौक से सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने बुधवार को यह अपील की और इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान के भाईजान तुर्की और अजरबैजान की यात्रा का बहिष्कार करने से इन देशों की अर्थव्यवस्थाओं, खासकर उनके पर्यटन क्षेत्र पर काफी असर पड़ सकता है।
2024 में 300000 पर्यटक अकेले भारत से
2024 के आंकड़ों का हवाला देते हुए खंडेलवाल ने बताया कि तुर्की में करीब 62.2 मिलियन विदेशी पर्यटक आए, जिनमें से करीब 300,000 पर्यटक अकेले भारत से आए। यह 2023 की तुलना में भारतीय पर्यटकों में 20.7 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। व्यापारिक निकाय ने कहा कि तुर्की का कुल पर्यटन राजस्व 61.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा, जिसमें प्रत्येक भारतीय पर्यटक औसतन 972 अमेरिकी डॉलर खर्च करता है, जो कुल अनुमानित भारतीय व्यय 291.6 मिलियन अमेरिकी डॉलर है।
तुर्की को 291.6 मिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान
उन्होंने कहा कि अगर भारतीय पर्यटक तुर्की का बहिष्कार करते हैं, तो देश को लगभग 291.6 मिलियन अमेरिकी डॉलर का प्रत्यक्ष नुकसान हो सकता है। इसके अलावा, भारतीय शादियों, कॉर्पोरेट कार्यक्रमों और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के रद्द होने से अप्रत्यक्ष रूप से आर्थिक नुकसान और भी अधिक होगा। तुर्की ने भारत के खिलाफ अपना रंग तब दिखाया है, जब दो साल पहले ही वहां विनाशकारी भूकंप के दौरान भारत ने दिल खोलकर उसकी मदद की थी। तुर्की की जीडीपी में पर्यटन का योगदान 12 फीसदी है।
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अज़रबैजान के बारे में खंडेलवाल ने कहा कि 2024 में देश में लगभग 2.6 मिलियन विदेशी पर्यटक आए, जिनमें से लगभग 250,000 भारतीय थे। एक भारतीय पर्यटक द्वारा औसत खर्च 2,170 AZN था, जो लगभग 1,276 अमेरिकी डॉलर है, जिससे कुल भारतीय योगदान लगभग 308.6 मिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया। उन्होंने कहा कि इसलिए भारतीय पर्यटकों द्वारा बहिष्कार से इस परिमाण का सीधा नुकसान हो सकता है।
छुट्टियों, शादियों और मनोरंजन के लिए जाते हैं अज़रबैजान
उन्होंने बताया कि चूंकि भारतीय यात्री मुख्य रूप से छुट्टियों, शादियों, मनोरंजन और साहसिक गतिविधियों के लिए अज़रबैजान जाते हैं, इसलिए बड़े पैमाने पर गिरावट इन क्षेत्रों में उल्लेखनीय आर्थिक मंदी का कारण बन सकती है। खंडेलवाल ने कहा कि यह आर्थिक दबाव तुर्की और अज़रबैजान दोनों को भारत के प्रति अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर सकता है। इसके परिणामस्वरूप सांस्कृतिक आदान-प्रदान में कमी आएगी और दोनों देशों में स्थानीय व्यवसायों जैसे होटल, रेस्तरां, टूर ऑपरेटर और अन्य पर्यटन-संबंधी सेवाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। अज़रबैजान की जीडीपी में पर्यटन का योगदान 10 फीसदी है
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